Type of Agriculture||कृषि के प्रकार

 कृषि

कृषि का सामान्य अर्थ है भूमि को जोत कर फसल पैदा करना। लैटिन भाषा के दो शब्दों Agre तथा Cultura से मिलकर हुई है जिन का अर्थ क्रमशः भूमि= Land of field तथा The care of cultivation है।




कृषि के प्रकार 

1.भूमि की उपलब्धता के आधार पर

(क) गहन या सघन कृषि

(ख) विस्तृत कृषि

(क) गहन तथा सघन कृषि-

यह कृषि सघन जनसंख्या वाले क्षेत्रों में की जाती है। जहां जनसंख्या की तुलना में कृषि भूमि कम पाई जाती है।

मानसूनी एशिया तथा पश्चिमी यूरोप में गहन कृषि की जाती है।

(ख) विस्तृत कृषि- 

विस्तृत कृषि उन देशों में की जाती है जहां जनसंख्या कम तथा भूमि अधिक  है। संयुक्त राज्य अमेरिका ,कनाडा ,रूस, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में विस्तृत खेती की जाती है।

2.जल की उपलब्धता के आधार पर-

(क) आर्द्र कृषि

(ख) शुष्क कृषि

(ग) सिंचित कृषि

(क) आर्द्र कृषि-

जिन भू भागों में 200 सेंटीमीटर से अधिक वर्षा होती है वहां आर्द्र कृषि की जाती है। यूरोप, अमेरिका तथा एशिया के अधिकांश भागों में आर्द्र कृषि की जाती है। इसे तर खेती भी कहते हैं।

(ख) शुष्क कृषि-

विश्व के जिन क्षेत्रों में औसत वार्षिक वर्षा 50 सेंटीमीटर से कम पाई जाती है वहां सदैव जलाभाव बना रहता है। फल स्वरुप शुष्क कृषि कही जाती है। पश्चिमी तथा मध्य एशिया, उत्तरी अफ्रीका ,पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया ,दक्षिणी लैटिन अमेरिका ,पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका आदि शुष्क की जाती है।

(ग) सिंचित कृषि-

सिंचित कृषि उन क्षेत्रों में की जाती है जहां औसत वार्षिक वर्षा 50 से 100 सेंटी. तक पाई जाती है।मानसून एशिया के सभी देशों में वर्षा के कारण शुष्क ऋतु में सिंचाई द्वारा की जाती है इसलिए इसे सिंचित कृषि कहा जाता है।

3.उत्पादन के उद्देश्य के आधार पर कृषि के प्रकार-

(क) निर्वाहक कृषि

(ख) बागाती कृषि

(ग) व्यापारिक कृषि

(क) निर्वाहक कृषि-

यह कृषि जहां पर लोगों की संख्या अधिक होती है उन देशों में की जाती है जहां कृषि योग्य भूमि पर जनसंख्या का दबाव अधिक रहता है।

 जैसे भारत,बांग्लादेश,पाकिस्तान,श्रीलंका,म्यांमार थाईलैंड,कोरिया,वियतनाम,चीन आदि देशों में निर्वहक कृषि की जाती है।

(ख) बागाती कृषि-

इस कृषि का मूल उद्देश्य उत्पादन का स्वयं उपभोग ना कर के निर्यात किया जाता है। जिसमें विभिन्न देश हैं।यूरेशिया के स्टेपी प्रदेश,उत्तरी अमेरिका के प्रेयरी प्रदेश, दक्षिणी अमेरिका का पम्पास प्रदेश इस खेती के प्रमुख देश हैं।

(ग) व्यापारिक कृषि-

इस कृषि का मूल उद्देश्य उत्पादन का स्वयं उपभोग ना कर के निर्यात किया जाता है। जिसमें विभिन्न देश हैं।यूरेशिया के स्टेपी प्रदेश,उत्तरी अमेरिका के प्रेयरी प्रदेश, दक्षिणी अमेरिका का पम्पास प्रदेश इस खेती के प्रमुख देश हैं।

कृषि के अन्य प्रकार-

(क) झूम कृषि(इसमें 1 या 2 वर्ष के अंतर में खेत बदलते रहते हैं)

(ख) सोपानी कृषि(सामूहिक खेती को सोपानी खेती का नाम दिया है)

(ग)-ट्रक कृषि(ट्रक कृषि का कैलिफोर्निया में किया जाता है)



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