Modern geographycal thought (Roman geographer)||रोमन भूगोलवेत्ता

 रोमन भूगोलवेत्ता







1. स्ट्रेबो 

स्ट्रेबो (Strabo) एक यूनानी भूगोलवेत्ता थे जो लगभग 63 ईसा पूर्व से 24 ईसा के बीच में जीवन व्यतीत किए थे। स्ट्रेबो भूगोल और इतिहास की लेखन के लिए प्रसिद्ध थे। उनकी सबसे महत्वपूर्ण रचना भूगोलिका थी जो आधुनिक यूरोप, एशिया,अफ्रीका की विस्तृत वर्णन करती है। उन्होंने भूगोल, राजनीति, इतिहास, संस्कृति, और अन्य विषयों पर विस्तृत लेख लिखे थे। जैसे कि पुरातत्व, जनसंख्या, नदी-समुद्री , शहर और यातायात आदि। इसके अलावा, उन्होंने यूनानी सभ्यता के इतिहास और संस्कृति पर विस्तार से अपना मत दिए थे।

* प्रदेशों की सीमा का निर्धारण प्रकृति के द्वारा होना चाहिए।

2.टालमी

टालमी भी एक रोमन भूगोलवेत्ता थे, जो लगभग 90 ईसा से 168 ईसा के बीच में जीवन व्यतीत किए थे। टालमी की सबसे प्रसिद्ध रचना ग्रहगणित थी, जो भूमध्य रेखा पर आधारित था। इसमें उन्होंने संग्रह और विवरण दिए थे जो समय के अनुसार उस समय की धार्मिक विश्वव्यापी जानकारी थी। वे ब्रिटेन, आफ्रीका, और एशिया के अलावा अमेरिका के विवरणों पर भी काम करते थे।

* उन्होंने ब्रिटेन को ब्रिटनिया नाम दिया था जो आज तक उपयोग में है।

* उनके द्वारा बनाए गए अन्य नक्शे भी भूगोल और ज्योतिष के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण हैं।

* टालमी ने पहली बार अक्षांश देशांतर पर आधारित विषय मानचित्र बनाया ।

* सर्वप्रथम इन्होंने बंगाल की खाड़ी को मानचित्र पर प्रदर्शित किया।

3. पाम्पोनियस मेला

पाम्पोनियस मेला एक रोमन भूगोलवेत्ता थे जो 1 वीं सदी जीवन व्यतीत किया थे। वे उत्तर अफ्रीका के बारे में लिखने वाले पहले रोमन भूगोलवेत्ताओं में से थे। उनकी सबसे प्रसिद्ध रचना देसक्रिप्शिओ ओर्बिस तेर्रारुम थी, जिसमें वे उत्तर अफ्रीका की जानकारी देते थे। इसमें वे दक्षिण अफ्रीका की ताजगाई, उसकी जंगलों, झीलों, नदियों, जीव-जंतुओं और लोगों के बारे में विस्तृत विवरण देते थे। पाम्पोनियस मेला ने अपनी रचनाओं में भारत, चीन और एशिया के बारे में भी विवरण दिया था।



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